Hindi Poem हिंदी कविता | कुत्ते का प्रतिरोध ( Kutte ka pratirodh )

 कुत्ते का प्रतिरोध ( Kutte ka pratirodh )

कहीं सुना है
एक लड़की की चीक
आये कुछ लोग दौड़कर वहाँ
आदमी आये औरत आई
पुलिस आये पत्र आया
नेता आये जैसे आये सब लोग
चमचम उड़ी कैमरा का फ़्लैश - फिर
चले पत्र नेता के पीछे
पल पल में फैल गया
हॉट-न्यूज़ चेनल, यूट्यूब, वाट्सआप में
आखेटक भी देखा अपनी साहसी
हंसा अपने मन में कोई विजयी सा
किसी के कहा –
क्या हाल है बेचारी लड़की की?
हजारों ओंठों ने कुद्बुदया
बेचारी.... बेचारी...... बेचारी......
किसी की आवाज़ उसकी रक्षा की नहीं  
लेकिन सुनी एक ही आवाज़ प्रतिरोध की
वह उस गली के कुत्ते की .......
सिर्फ गली के कुत्ते की.......

by
M. संगीता / M Sangeetha

Written this poem on the basis of Hathras incident / हाथरस की घटना के आधार पर लिखी हुई कविता|


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